सूना घर का कोना कोना
सूनी तानो की पिटारी
ऐसा लगता जैसे भैया
बदल गई बीवी हमारी
मुई पड़ोसन विदेश घूम आयी
मैं कब जा पाऊंगी
बिन पंख अम्बर की उड़ान
मैं कब भर पाऊंगी
तुम जैसे निखट्टू पति से
पासपोर्ट न बनेगा
इस जनम में शायद मुझको
परदेस सुख न मिलेगा
रात दिन बस यह ही लावा
कानों में पिघलाती थी
करम फूट गए तुमसे करके शादी
बस यह ही जतलाती थी
मैं बोला सुन भागवान
तेरी कामना अब पूरी कर दूंगा
फ्लाइट से तुझे इटली भेज दूंगा
पत्नि बोली सुनो पति जी
चूड़ी- कंगन, झुमका- पायल
साड़ी - सैंडल, मॉल - सिनेमा
कुछ भी न चाहूंगी
सूर्य देवता भस्म कर दें
इस वायरस की जाति को
मैं तो जान से ज्यादा प्यार करूं
भारत की पाती - पाती को
कंजूस, निखट्टू, कुएं का मेंढ़क
इन नामों से तुमको न बुलाऊंगी
मांगकर उम्र सिंदूर प्रभु से
सांझ ढले जीवन तक
घर - अंगना संग तुम्हारे
नाती - पोते खूब खिलाऊंगी।
अमिता सिंह
सूनी तानो की पिटारी
ऐसा लगता जैसे भैया
बदल गई बीवी हमारी
मुई पड़ोसन विदेश घूम आयी
मैं कब जा पाऊंगी
बिन पंख अम्बर की उड़ान
मैं कब भर पाऊंगी
तुम जैसे निखट्टू पति से
पासपोर्ट न बनेगा
इस जनम में शायद मुझको
परदेस सुख न मिलेगा
रात दिन बस यह ही लावा
कानों में पिघलाती थी
करम फूट गए तुमसे करके शादी
बस यह ही जतलाती थी
मैं बोला सुन भागवान
तेरी कामना अब पूरी कर दूंगा
फ्लाइट से तुझे इटली भेज दूंगा
पत्नि बोली सुनो पति जी
चूड़ी- कंगन, झुमका- पायल
साड़ी - सैंडल, मॉल - सिनेमा
कुछ भी न चाहूंगी
सूर्य देवता भस्म कर दें
इस वायरस की जाति को
मैं तो जान से ज्यादा प्यार करूं
भारत की पाती - पाती को
कंजूस, निखट्टू, कुएं का मेंढ़क
इन नामों से तुमको न बुलाऊंगी
मांगकर उम्र सिंदूर प्रभु से
सांझ ढले जीवन तक
घर - अंगना संग तुम्हारे
नाती - पोते खूब खिलाऊंगी।
अमिता सिंह